बुधवार, 2 दिसंबर 2009

दुनिया के अजूबे

यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल होना तो महज एक औपचारिकता है, हकीकत तो यह है कि इटली के डोलोमाइट्स, स्पेन का टावर ऑफ हरक्युलिस या चीन का वुताई पर्वत अपने आप में प्राकृतिक सौंदर्य और अद्भुत स्थापत्य कला का इतिहास समेटे कला के कद्रदानों के लिए आकर्षण का केन्द्र हैं। यूनेस्को ने करीब 18 माह के अध्ययन के पश्चात इस वर्ष अपनी विश्व विरासत सूची में निम्न स्थलों को शामिल किया है-

[डोलोमाइट्स ]

इटली की आल्प्स पर्वत श्रंखला के अंतर्गत मौजूद लाइमस्टोन की पर्वत चोटियां देखने वालों को एकटक निहारने पर मजबूर कर देती है।

[टावर ऑफ हरक्यूलिस (स्पेन)]

यह टावर स्पेन की पहचान बन चुका है। 180 फुट ऊंचा यह लाइटहाउस करीब 1900 वर्ष पुराना है। प्रथम शताब्दी के समय से ही समुद्र यात्रा से लौटते नाविक इस लाइटहाउस को देखकर यह जान जाते थे, वह स्पेन के निकट पहुंच चुके है। खास बात यह है कि आज भी यह लाइटहाउस उपयोग में है।

[माउंट वुताई (चीन)]

इस पर्वत पर मौजूद 53 बौद्ध मठ बौद्धकालीन स्थापत्य कला का बेहतरीन उदाहरण है। इन मठों का निर्माण प्रथम शताब्दी से लेकर 20वीं शताब्दी के मध्य किया गया। मिंग सल्तनत के दौरान निर्मित शुजियांग टेम्पल की 500 मूर्तियां बौद्ध कथाओं को बयां करती है।

[जोसन डायनेस्टी की रॉयल टॉम्ब (दक्षिण कोरिया)]

40 कब्रों का यह समूह पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। जोसन सल्तनत के शासन काल में निर्मित इन सभी कब्रों का मुख दक्षिण की ओर है। इन कब्रों के इर्द-गिर्द लकड़ी के मंदिर एवं कब्रों की रक्षा करने वालों के आवास और शाही रसोई घर भी निर्मित है। यह माना जाता था कि ये कब्रें उनके पूर्वजों की बुराई से रक्षा करती थीं।

[लोरपेनी के अवशेष (बर्किना फासो)]

करीब एक हजार साल पुराना पत्थर का यह किला एक जमाने में स्वर्ण के व्यापार का केन्द्र हुआ करता था, पर अब इस किले के अब अवशेष ही मौजूद रह गए है। यूनेस्को के विश्व विरासत स्थलों की सूची में स्थान पाने वाला बर्किना फासो का यह एकमात्र ऐतिहासिक स्थल है।

[प्राचीन शहर कराल-सूप (पेरू)]

लगभग 626 हेक्टेअर में फैले करीब 5000 साल पुराना यह शहर उस दौर की विकसित स्थापत्य कला का बेहतरीन नमूना है।

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