सोमवार, 2 फ़रवरी 2009

एक विचार


भारतीय एकता संगठन का अभुदय माह फरवरी में ही हुवा था १९ फरवरी वर्ष २००० की तिथि हमारे

जेहन में अंकित है जिस दिन भारतीय एकता संगठन की आधार शिला रखी गई जिसमे हमारे सहयोगी थे /

स्वर्गीय अनिल कुमार कुशवाहा , सुशिल केशरवानी , धर्मराज सिंहआदि थे

पैर इसका वास्तविक उदय रामपुर के ब्रिज मंगल सिंह इंटर कॉलेज से हुवा जहा हमें मिला सहयोग अपने

इन साथियों से जिनके योगदान को कभी एकता परिवार भुला नही सकेगा उनमे है

विमलेश मिश्रा ' पूनम ", भूपेंद्र शुक्ला , मिथिलेश मिश्रा, राजू केशरवानी ,राजू पुस्तक मन्दिर, कमल त्रिपाठी , कपिल शर्मा , ब्रिजेश शर्मा ,चंद्रभान पाण्डेय, रामलखन तिवारी , श्याम तिवारी , बाबा ळाईट एंड साउंड कम्पनी ,

अशोक बेशर्म , अरविन्द झा , गोविन्द दुबे ,हीरालाल निषाद , हुमैद मुस्तफा ,वीरेंदर सिंह कुशुमाकर , तिफलाजी ,

कार्तिकेय तिवारी , उपेन्द्र पाण्डेय , सूर्य प्रकाश उपाध्याय , अजय उपाध्याय , डॉ। के .एन मिश्रा , मोछा मीस्थान भंडार , पाल किराना स्टोर, दिनेश विशकर्मा , आशाराम बताशा वाले , ठाकुर मुन्ना सिंह , जिन्होंने

हमारे एकता परिवार को हमेशा सहयोग प्रदान किया नाम तो इतने है की लिखा नही जा सकता क्योकि हर एक का यौगदान किसी से कम नही है चाहे वह संतलाल तली वाले हे क्यो न हो सब के सहयोग से ही

एकता परिवार का विकाश हुवा और आशा है आगे भी होता रहेगा जब तक इसमे कर्मनिष्ठ साथी रहेगे

हम हमेशा आपके आभारी है आपके सहयोग के लिए , आपके विचारो के लिए जब तक आप में ये जज्बे है तब तक भारत की एकता को कोई खतरा नही है किसी से


राहुल मिश्रा

संयोजक /संस्थापक

भारतीय एकता संगठन परिवार